। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रोजेक्ट भवन में गुरुवार को कहा कि विपक्ष का नजरिया विकास विरोधी है। विपक्ष के झारखंड बंद को जनता ने विफल कर दिया। हमने भूमि अधिग्रहण कानून में छेड़छाड़ नहीं की बल्कि उसका सरलीकरण किया है। भूमि देने के बाद लोगों को दो से ढाई साल मुआवजा मिलने में लग जाते थे। अब 8 माह में उन्हें मुआवजा मिल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा- सरकार जल संचय और जल प्रबंधन पर विशेष ध्यान दे रही है। एक साल में 6 लाख डोभा का निर्माण करवाया गया। ताकि बरसात का पानी उसमें जमा रहे और किसान सिंचाई में उसका प्रयोग कर सके। दो हजार बड़े तालाब की खुदाई करवाई गई। झारखंड सिंचाई में बहुत पीछे है। केंद्र सरकार से अनुदान की मांग की गई है। हम छोटे-छोटे चैक डैम का निर्माण करवा रहे हैं जो सीधे जनता की हाथों में देने जा रहे हैं। ग्रामीणों का पता है कि बारिश का पानी कहां रुकेगा। ऐसे में वो अच्छे तरीके से जल संचय कर सकेंगे। सिंचाई के क्षेत्र में आने वाले समय में आगे बढ़े ताकि किसान एक साल में तीन फसल उगा सके। उन्होंने कहा- सवा तीन करोड़ जनता ने कहा कि हम विकास के साथ हैं और विपक्ष की बंद को विफल कर दिया। विपक्ष से आग्रह करना चाहूंगा कि राजनीति के लिए कई मुद्दे हैं। नाकारात्मक बातों से प्रसिद्धि मिल सकती है पर सिद्धी नहीं। अगर ऐसा रहा तो नाकारात्मक सोच वालों को जनता 2019 में सबक सिखाएगाी। झारखंड की आम जनता विकास के साथ है। जमीन अधीग्रहण में विपक्ष भ्रम फैला रहा है। हमें सड़क, कैनल, सब स्टेशन बनाना है। दिसंबर 2018 तक राज्य के हर कोने में बिजली पहुंचानी है। झारखंड की बच्चियों के लिए 100 कॉलेज बनाना है। ताकि बच्चियां ड्राॅप आउट न करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्थलगड़ी के मामले में काफी सुधार हुआ है। झारखंड की आदिवासी जनता सजग हो गई है। किसी के बहकाने से नहीं बहकने वाली, वो विकास के साथ चलने के लिए तैयार है।